हेलो! मेरा नाम राहुल है। आज मैं आपको अपने ज़िन्दगी की दूसरी कहानी बताने जा रहा हूँ। ये बात उस समय की है जब मैं इंजीनियरिंग के सेकंड ईयर में था। मैं हमेशा से ही पढाई में अच्छा स्टूडेंट रहा हूँ। लेकिन मेरे अंदर छिछोरेपन का एक कीड़ा था जो मुझे औरों से अलग करता था। उस समय में बहुत सारी लड़कियों से चैटिंग किया करता था। जो जहाँ पर मिल जाए। मैं उसको पटाने की कोशिश में लग जाता था।
सारा कॉलेज घूम के अंत में मेरी बात एक दिन मेरी क्लास की एक लड़की से हुई। जिसको मैं जनता तो था और कभी-कभी उस से बात भी करता था। उसको मैंने कभी उस नज़र से देखा नहीं था। हमारी बातें होने लगी। एक दिन मज़ाक ही मज़ाक में मैंने उसको वो तीन शब्द कह दिए। जो किसी कुंवारे की ज़िन्दगी बदल देतें हैं। उन शब्दों में इतनी ताकत होती है। आई लव यू।
एक-दो दिन तक हम मज़ाक ही मज़ाक में एक दूसरे को, आई लव यू, आई लव यू, कहते रहे। पर आखिर में फैसला किया की हम फ्रेंड ही अच्छे हैं। उसकी दोस्ती और मेरे छिछोरेपन में कब एक साल निकल गया, हम दोनो को पता भी न चला। उसका नाम गुल्लू था।
गुल्लू और मेरी दोस्ती तो चल ही रही थी पर मेरे छिछोरेपन के कारण मैं एक जूनियर लड़की के प्यार में फिसल गया। जूनियर लड़की भी मेरे प्यार में गिर गयी। जूनियर ने मुझे प्रोपोज़ किया। मेरा और जूनियर लड़की का रिलेशनशिप शुरू हो गया। सब कुछ अच्छा चल रहा था।
जब मैं जूनियर लड़की के साथ रिलेशनशिप था उस दौरान मैंने अपने छिछोरेपन को काबू में कर लिया था। बाकि लड़कियों से थोड़ी दुरी बना ली। एक दिन गुल्लू का तक़रीबन रात में बारह बजे व्हाट्सप्प पर मैसेज आया। उसने मुझे बताया की, "मैं तुझे कुछ कहना चाहती हूँ।"
मैंने उसको बोला की, "हां बोल! उसने मुझे रिप्लाई किया, आई लव यू। एक दम से मैं सोच में पड़ गया। मैंने उस से पूछा की, ये सब अचानक कैसे? और क्यों? उसने मुझे बोला, जब से तू उस लड़की के साथ फ्रेंडशिप में गया है तब से मुझे जलन सी महसूस होने लगी है। तूने मुझसे बात करना भी काम कर दिया है। मैंने उसको कहा की, मैं ये बात को आगे नहीं बढ़ा सकता। जैसे की तू जानती है की मैं किसी और के साथ रिलेशनशिप में हूँ। मैं तेरे बारे में इन फ्यूचर में सोचूंगा। उसने बोला, ओके, ठीक है, सोचना। उसके बाद गुड नाईट बोला और वो सो गयी।
फिर से हमारी लाइफ नार्मल हो गयी। हमारी नार्मल बातें होती थी। मैं गुल्लू से क्लास में मिलता था। पर प्यार मैं जूनियर से करता था। मेरा और जूनियर का अफेयर उस मुकाम पर पहुंच चूका था जब प्यार में एक समय के बाद लोगों के झगड़े शुरू हो जातें हैं। एक छोटी सी बात को लेके हमारा ब्रेकअप हो गया। मैंने उसको एक लड़के का हाथ दबाने को कहा था, क्योकि उस लड़के को फुटबाल खेलते हुए चोट लग गयी थी। मैंने ये बात दस लोगों के बीच में कही, तो इस बात को लेकर उसने ब्रेकअप कर लिया।
ब्रेकअप के एक महीने तक मैं दिमाग से पैदल हो गया था। ऐसा मानो मैं डिप्रेस्ड हो गया था। क्योकि मैं अब ये समझ नहीं पा रहा था की अपने छिछोरेपन को कण्ट्रोल करू या बढ़ा दूँ। एक महीने बाद गुल्लू को, दिवाली वाले दिन डिप्रेशन से बहार आने के लिए, मैंने उसको आई लव यू टु बोला। ये सुन के वो बहुत खुश हो गयी। मैंने उसको बस ऐसे ही बोला था पर गुल्लू ने मुझे सीरियस ले लिया। उसके प्यार में मैं ऐसा सीरियस हुआ की आज हमारे रिलेशन को पुरे चार साल हो गए हैं। मैं आज भी उस से प्यार करता हूँ।
मैं आपको ये बात इस लिए बता रहा हूँ क्योकि आज मैं पुराने मैसेज पढ़ रहा हूँ। मैसेज के स्क्रीनशॉट मैने मेल पर सेव रखे थे। एक-एक पल की यादें।
अशोक कुमार
आगे पढ़े:- उसने बोला की, "कीप इन टच।"
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